आंग्ल-मैसूर युद्ध MCQ Quiz | Most Important Questions
आंग्ल-मैसूर युद्ध क्विज शुरू करने से पहले हमलोग थोड़ी सी मैसूर की पृष्ठभूमि को जान लेते है जिससे हमें इस पुरे आंग्ल मैसूर युद्ध को समझने में आसानी होगी।
1565 में विजयनगर साम्राज्य और दक्कन गुट (अहमदनगर + गोलकुंडा +बीजापुर + बीदर ) के बीच युद्ध हुआ। इस युद्ध को ‘राक्षसी तांगड़ी का युद्ध’ या ‘बन्नीहट्टी का युद्ध’ के नाम से भी जाना जाता है।
इस युद्ध में विजयनगर साम्राज्य की हार हो जाती है और हार के बाद विजयनगर साम्राज्य छोटे छोटे राज्यों में टूटना शुरू हो जाता है। इन्हीं छोटे छोटे राज्यों में से एक राज्य होता है मैसूर, 1399 में यहाँ स्थापना होती है वाडियार वंश की और वाडियार वंश के संस्थापक होते है यदुराय वाडियार।
18 वीं शताब्दी में मैसूर का राजा था वाडियार वंश के चिक्का कृष्णराज द्वितीय (1734-1761) । चिक्का कृष्णराज द्वितीय नाम मात्र का शासक था उसकी वास्तविक शक्तियाँ दो मंत्रियों नंजराज और देव राज के पास थी। इसी समय एक सामान्य सैनिक हैदर अली (जन्म 1721) की सैन्य क्षमता से प्रभावित होकर नंजराज ने 1755 में हैदर अली को डिंडीगुल का फौजदार बनाया ।
आगे की आंग्ल-मैसूर युद्ध की घटनाएं हमलोग quiz के माध्यम से समझेंगें।
आंग्ल-मैसूर युद्ध MCQ
1. हैदर अली ने आधुनिक शस्त्रागार कहाँ स्थापित किया था ?
(a) श्रीरंगपट्ट्नम
(b) मैसूर
(c) आकार्ट
(d) डिंडीगुल
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उत्तर ➲ (d) डिंडीगुल
महत्वपूर्ण तथ्य –
- 18 वीं शताब्दी में मैसूर का राजा था वाडियार वंश के चिक्का कृष्णराज द्वितीय (1734-1761)। चिक्का कृष्णराज द्वितीय नाम मात्र का शासक था उसकी वास्तविक शक्तियाँ दो मंत्रियों नंजराज और देवराज के पास थी।
- इसी समय एक सामान्य सैनिक हैदर अली (जन्म 1721) की सैन्य क्षमता से प्रभावित होकर नंजराज ने 1755 में हैदर अली को डिंडीगुल का फौजदार बनाया।
- इसी समय 1755 में डिंडीगुल में हैदर अली ने फ्रंसिसिओं की मदद से आधुनिक शस्त्रागार तोपखाने की स्थापना की। हैदर अली की फ़्राँसीसिओं के साथ अच्छे संबंध थे।
- 1761 तक हैदर अली, चिक्का कृष्णराज द्वितीय को गद्दी से हटाकर मैसूर का शासक बन जाता है।
- हैदर अली कुशल शासक था तथा उसका दृष्टि सहिष्णु था। उसने हिन्दू-मुस्लिम दोनों ही सिपाहियों को सेना में भर्ती किया और मजबूत सैन्य ढांचे का निर्माण किया।
- हैदर अली ने फ्राँसिसिओं की मदद से अपनी सेना में पश्चिमी ढंग से प्रशिक्षण देने की शुरुआत की।
2. हैदर अली मैसूर की गद्दी पर कब बैठता है ?
(a) 1763
(b) 1762
(c) 1761
(d) 1760
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उत्तर ➲ (c) 1761
महत्वपूर्ण तथ्य –
- 1761 में जब हैदर अली मैसूर की गद्दी पर बैठता है उस समय मैसूर के आस पास के बड़े राज्यों में उथलपुथल का माहौल था।
- हैदराबाद और कर्नाटक में उत्तराधिकारी के लिए युद्ध का माहौल था, मराठों को पानीपत 3 की लड़ाई में बुरी हार का सामना करना पड़ता है, दक्षिण में अंग्रेज़ों और फ्रंसिसिओं का युद्ध चल रहा था।
- इन सब के बीच में हैदर अली को अपनी शक्ति और राज्य विस्तार करने में सुविधा मिली। इसने अपने अगल बगल के काफी सारे छोटे राज्यों पर हमला किया और मैसूर राज्य की सीमा को फैलाना शुरू कर दिया।
- हैदर अली का तीव्र विस्तार सभी की नजरों में आने लगा। 1764 में मराठा पेशवा माधव राव ने मैसूर पर आक्रमण कर दिया जिसमें हैदर अली की हार हो जाती है और 1765 में दोनों के बीच संधि होती है जिसमें हैदर अली को राज्य का कुछ क्षेत्र मराठों को देना पड़ता है तथा 28 लाख प्रति वर्ष चौथ कर देने के लिए राज़ी होना पड़ता है।
- अँग्रेज़ हैदर अली की फ़्राँसीसिओं के साथ नजदीकियों को पसंद नहीं करते थे तथा मालाबार तट के समृद्ध व्यापार पर एकाधिकार चाहते थे।
- हैदर अली की कमजोर स्थिति को देखते हुए अंग्रेज़ों ने निजाम और मराठों के साथ संधि कर 1765 में हैदर अली पर हमला कर दिया।1766 में हैदर अली ने अपनी कूटनीति के कौशल से मराठों और निज़ामों को अपनी तरफ कर लिया।
अंग्रेज़ों का हैदर अली पर आक्रमण करने का मुख्य कारण –
- बंगाल, उड़ीसा, बिहार की दीवानी प्राप्त करने के बाद अंग्रेज़ों की पहुँच बहुत बड़े खजाने तक हो गई थी जिसकी मदद से उनलोगों ने अपनी सेना को मजबूत किया पूर्वी भारत पर कब्ज़ा कर लिया।
- अंग्रेज़ अपने प्रभाव क्षेत्र में वृद्धि करना चाहते थे मगर हैदर अली की बढ़ती हुई शक्ति उनके लिए बहुत बड़े खतरे के समान थी क्योकि हैदर अली फ्रंसिसिओं के काफी करीब था तथा युद्ध में फ्रंसिसिओं की मदद भी किया करता था। फ्रंसिसिओं की मदद से इसने आधुनिक शस्त्रागार स्थापित किया तथा अपने सैनिकों को पश्चिमी युद्धकला का प्रशिक्षण भी करवाया जिसके कारण अंग्रेज़ों की आँखों में हैदर अली खटकने लगा।
3. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
(a) 1769
(b) 1766
(c) 1767
(d) 1768
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उत्तर ➲ (c) 1767
प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध (1767-69)
- 1767 में हैदर अली और अंग्रेज़ों के बीच प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध होता है।
- हैदर अली ने मराठों और निज़ामों की सेना के साथ मैंगलोर पर कब्ज़ा कर लिया तथा अंग्रेज़ों के गढ़ मद्रास पर चढ़ाई कर दी।अंग्रेज़ों की इस युद्ध में बुरी तरह हार होती है।
4. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किसने किया ?
(a) वॉरेन हेस्टिंग
(b) लार्ड कार्नवालिस
(c) लार्ड वेलेजली
(d) जनरल वेरेलस्ट
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उत्तर ➲ (d) जनरल वेरेलस्ट
5. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
(a) श्रीरंगपट्ट्नम की संधि
(b) मंगलोर की संधि
(c) मद्रास की संधि
(d) मैसूर की संधि
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उत्तर ➲ (c) मद्रास की संधि
अप्रैल 1769 में अंग्रेज़ों ने हैदर अली के साथ मद्रास की संधि की जिसके तहत –
- दोनों पक्षों ने जीते प्रदेश लौटा दिए।
- युद्ध की क्षतिपूर्ति का पूरा धन ब्रिटिश कंपनी देगी।
- संकट के समय एक दूसरे की मदद करने का वादा।
6. द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
(a) 1769
(b) 1790
(c) 1779
(d) 1780
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उत्तर ➲ (d) 1780
द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध (1780-84)
- 1771-72 में मराठा पेशवा माधवराव ने हैदर अली पर हमला कर दिया मगर मद्रास की संधि के तहत अंग्रेज़ों ने हैदर अली की सहायता नहीं की।
- अंग्रेज़ों ने 1773 में हैदर अली के राज्य क्षेत्र में स्थित माहे में फ़्रांसिसी बस्ती पर आक्रमण कर कब्ज़ा कर लिया। हैदर अली और फ्रंसिसिओं के अच्छे सम्बन्ध थे।
- 1775 में अंग्रेज़ों और मराठों के बिच पहला आंग्ल मराठा युद्ध होता है।
- अंग्रेज़ों की कमजोर स्थिति को देखते हुए हैदर अली ने मराठों और निज़ामों के साथ मिलकर अंग्रेज़ों पर हमला कर दिया 1780 में उसने कर्नाटक के नवाब को घेरा तथा कर्नाटक पर कब्ज़ा किया।
- हैदर अली ने आकार्ट में कर्नल बेली को बुरी तरह परास्त कर दिया हेक्टर मुनरो मद्रास से मदद के लिए निकला था मगर आकार्ट में कब्जे की खबर सुनकर वापस मद्रास चला गया।
- हैदर अली ने अंग्रेजी सेना को परास्त कर दिया था यह बात बंगाल में गवर्नल जनरल वारेन हेस्टिंग के पास पहुंची उसने मराठों के साथ सालबाई की संधि कर ली और निजामों को गुंटूर दे दिया जिससे निज़ाम हैदर अली की मदद करने से पीछे हट गए।
- वारेन हेस्टिंग ने सर आयरकूट के नेतृत्व में बड़ी सेना भेजी हैदर अली से युद्ध के लिए। पोर्टोनोवा में आयरकूट ने हैदर अली को हरा दिया।
- अभी युद्ध चल ही रहा था की युद्ध के बीच में ही 7 दिसंबर 1782 में हैदर अली की मृत्यु हो गई। हैदर अली की मृत्यु के बाद मैसूर की गद्दी टीपू सुल्तान ने संभाल लिया।
- दोनों ही युद्ध जारी रखने की स्थिति में नहीं थे कुछ समय तक युद्ध चलने के बाद दोनों ने 1784 में मंगलौर की संधि कर ली। दोनों पक्ष लगभग बराबर की स्थिति में रहे।
7. पोर्टोनोवा के युद्ध में हैदर अली के खिलाफ अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किसने किया था ?
(a) वॉरेन हेस्टिंग
(b) लार्ड वेलेजली
(c) आयरकूट
(d) लार्ड कार्नवालिस
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उत्तर ➲ (c) आयरकूट
8. हैदर अली की मृत्यु कब हुई ?
(a) दिसंबर 1782
(b) अगस्त 1782
(c) नवंबर 1782
(d) सितम्बर 1782
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उत्तर ➲ (a) दिसंबर 1782
9. द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
(a) मंगलोर की संधि
(b) मद्रास की संधि
(c) मैसूर की संधि
(d) श्रीरंगपट्ट्नम की संधि
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उत्तर ➲ (a) मंगलोर की संधि
महत्वपूर्ण तथ्य –
- 7 दिसंबर 1782 में हैदर अली की मृत्यु हो गई। हैदर अली की मृत्यु के बाद मैसूर की गद्दी टीपू सुल्तान ने संभाल लिया।
- दोनों ही युद्ध जारी रखने की स्थिति में नहीं थे कुछ समय तक युद्ध चलने के बाद दोनों ने 1784 में मंगलौर की संधि कर ली। दोनों पक्ष लगभग बराबर की स्थिति में रहे।
संधि के तहत –
- दोनों एकदूसरे के जीते प्रदेश लौटा देंगे
- अँग्रेज़ मैसूर से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध रखेंगे
- संकटकाल में सहायता
10. तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
(a) 1790
(b) 1767
(c) 1799
(d) 1780
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उत्तर ➲ (a) 1790
तृतीय मैसूर युद्ध (1790-92) –
- मंगलौर की संधि के बाद त्रावणकोर अंग्रेज़ों के संरक्षण में चला गया था। त्रावणकोर के राजा की अंग्रेज़ों से मित्रता थी।
- त्रावणकोर के राजा ने टीपू सुल्तान के अधीन कुछ क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया इससे टीपू सुल्तान ने त्रावणकोर पर 14 दिसंबर 1789 को युद्ध छेड़ दिया हमला कर दिया।
- त्रावणकोर के राजा ने अंग्रेज़ों से मदद की गुहार लगाई। गवर्नल जनरल लार्ड कार्नवालिस ने तुरंत अपनी सेना भेज दी तथा मराठों और निज़ामों से संधि कर ली। इसने 1 जून 1790 में मराठों से तथा 4 जुलाई 1790 को निजामों से संधि की।
- निज़ामों और मराठों की सेना के साथ अंग्रेज़ों ने राजधानी श्रीरंगपट्टनम को घेर लिया। 1791 में टीपू सुल्तान ने आत्मसमर्पण कर दिया।
11. तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
(a) मद्रास की संधि
(b) श्रीरंगपट्ट्नम की संधि
(c) मंगलोर की संधि
(d) मैसूर की संधि
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उत्तर ➲ (b) श्रीरंगपट्ट्नम की संधि
- 1791 में टीपू सुल्तान ने आत्मसमर्पण कर दिया। 1792 में श्रीरंगपट्टनम की संधि हुई।
संधि के तहत –
- टीपू सुल्तान को 3 करोड़ रुपए हर्जाना देना था।
- टीपू सुल्तान को आधा राज्य देना पड़ा।
- पूरा हर्जाना भरने तक अंग्रेज़ों ने टीपू सुल्तान के दोनों बेटों मुइज़ुद्दीन और अब्दुल खालिक को बंधक बना लिया।
- कार्नवालिस ने कहा “हमने अपने मित्रों को शक्तिशाली बनाये बिना अपने शत्रु को पंगु कर दिया”।
12. चतुर्थ आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
(a) 1798
(b) 1797
(c) 1800
(d) 1799
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उत्तर ➲ (d) 1799
महत्वपूर्ण तथ्य –
- टीपू सुल्तान तृतीय मैसूर युद्ध में हार के बाद अपनी शक्ति का पुनः संगठन करना शुरू कर दिया तथा शीघ्र ही उसने अपनी बेहतर सेना खड़ी कर दी।
- विदेशों से सहायता प्राप्त करने के लिए टीपू सुल्तान ने राजनितिक सम्बन्ध स्थापित करना शुरू कर दिया। भारतीय राज्यों से उसे किसी प्रकार के सहयोग की आशा नहीं थी।
- अंग्रेज़ों को खदेड़ने के लिए उसने अंतराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने की दिशा में प्रयास करना शुरू कर दिया। उसने अपने दूत को काबुल फारस अरब और मॉरीशस भेजा।
- मॉरीशस में स्थित फ़्रांसिसी गवर्नर ने अपनी सेना की मदद देने को राज़ी हो गया। उसने नेपोलियन से भी पत्र व्यवहार किया। इसी दौरान टीपू सुल्तान ने जैकोबिन क्लब को join किया था।
- भारत में उस समय नया गवर्नर जनरल लार्ड वेलेजली था जो टीपू सुल्तान की मंशा को भांप गया था।
- उसने वापस से मराठों और निजामों से संधि कर ली और टीपू सुल्तान के राज्य पर हमला कर दिया। इस युद्ध में टीपू मारा गया।
- अंग्रेज़ों ने टीपू की मृत्यु के बाद इसके राज्य का विभाजन कर दिया। मैसूर राज्य के शेष हिस्सा वाडियार वंश के राजा चामराज के अल्पवयस्क पुत्र कृष्णराज को दे दिया।
- लार्ड वेलेजली ने जित के बाद कहा “आज पूरब का साम्राज्य मेरे क़दमों में पड़ा है”।
13. टीपू सुल्तान के शासन काल में मैसूर राज्य की राजधानी क्या थी ?
(a) मद्रास
(b) मंगलौर
(c) आकार्ट
(d) श्रीरंगपट्ट्नम
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उत्तर ➲ (d) श्रीरंगपट्ट्नम
महत्वपूर्ण तथ्य –
- टीपू सुल्तान को टाइगर ऑफ़ मैसूर से जाना जाता है।
टीपू सुल्तान –
- जन्म – देवहलि में 20 नवंबर 1750
- गद्दी – 1782 -1799
- टीपू सुल्तान का मानना था भेड़ की तरह लम्बी जिंदगी जीने से अच्छा है शेर की तरह एक दिन जीना
- हिन्दू और ईसाईयों को मुस्लिम बनाया
- जैकोबिन क्लब का सदस्य था
- युद्ध में मैसूरियन रॉकेट और मिसाइलों का उपयोग
- टीपू सुल्तान ने श्रीरंगपट्ट्नम में स्वतंत्रता का वृक्ष लगाया था।
14. जैकोबिन क्लब के सदस्य बनने के बाद टीपू सुल्तान ने अपने आपको क्या कहने का आदेश दिया था ?
(a) स्वतंत्र टीपू
(b) नागरिक टीपू
(c) शेर टीपू
(d) महाराजा टीपू
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उत्तर ➲ (b) नागरिक टीपू
महत्वपूर्ण तथ्य –
- जैकोबिन क्लब के सदस्य बनने के बाद टीपू सुल्तान ने खुद को नागरिक (Citizen) टीपू कहा।
- 1791 ई० में मराठा घुड़सवारों के द्वारा श्रृंगेरी के शारदा मंदिर को लूट लिया गया, मंदिर के पुजारी के आग्रह पर टीपू सुल्तान ने मंदिर का मरम्मत करवाया तथा देवी की मूर्ति स्थापना के लिए धन भी दान किया।
- टीपू सुल्तान फ्रांसीसी क्रांति से प्रभावित था।
- टीपू सुल्तान ने कहा था : “मैं अंग्रेजों के स्थल साधनों को तो समाप्त कर सकता हूँ परन्तु समुद्र को नहीं सुखा सकता”।
आंग्ल-मैसूर युद्ध Mock Test
Results
#1. हैदर अली ने आधुनिक शस्त्रागार कहाँ स्थापित किया था ?
- 18 वीं शताब्दी में मैसूर का राजा था वाडियार वंश के चिक्का कृष्णराज द्वितीय (1734-1761)। चिक्का कृष्णराज द्वितीय नाम मात्र का शासक था उसकी वास्तविक शक्तियाँ दो मंत्रियों नंजराज और देवराज के पास थी।
- इसी समय एक सामान्य सैनिक हैदर अली (जन्म 1721) की सैन्य क्षमता से प्रभावित होकर नंजराज ने 1755 में हैदर अली को डिंडीगुल का फौजदार बनाया।
- इसी समय 1755 में डिंडीगुल में हैदर अली ने फ्रंसिसिओं की मदद से आधुनिक शस्त्रागार तोपखाने की स्थापना की। हैदर अली की फ़्राँसीसिओं के साथ अच्छे संबंध थे।
- 1761 तक हैदर अली, चिक्का कृष्णराज द्वितीय को गद्दी से हटाकर मैसूर का शासक बन जाता है।
- हैदर अली कुशल शासक था तथा उसका दृष्टि सहिष्णु था। उसने हिन्दू-मुस्लिम दोनों ही सिपाहियों को सेना में भर्ती किया और मजबूत सैन्य ढांचे का निर्माण किया।
- हैदर अली ने फ्राँसिसिओं की मदद से अपनी सेना में पश्चिमी ढंग से प्रशिक्षण देने की शुरुआत की।
#2. हैदर अली मैसूर की गद्दी पर कब बैठता है ?
- 1761 में जब हैदर अली मैसूर की गद्दी पर बैठता है उस समय मैसूर के आस पास के बड़े राज्यों में उथलपुथल का माहौल था।
- हैदराबाद और कर्नाटक में उत्तराधिकारी के लिए युद्ध का माहौल था, मराठों को पानीपत 3 की लड़ाई में बुरी हार का सामना करना पड़ता है, दक्षिण में अंग्रेज़ों और फ्रंसिसिओं का युद्ध चल रहा था।
- इन सब के बीच में हैदर अली को अपनी शक्ति और राज्य विस्तार करने में सुविधा मिली। इसने अपने अगल बगल के काफी सारे छोटे राज्यों पर हमला किया और मैसूर राज्य की सीमा को फैलाना शुरू कर दिया।
- हैदर अली का तीव्र विस्तार सभी की नजरों में आने लगा। 1764 में मराठा पेशवा माधव राव ने मैसूर पर आक्रमण कर दिया जिसमें हैदर अली की हार हो जाती है और 1765 में दोनों के बीच संधि होती है जिसमें हैदर अली को राज्य का कुछ क्षेत्र मराठों को देना पड़ता है तथा 28 लाख प्रति वर्ष चौथ कर देने के लिए राज़ी होना पड़ता है।
- अँग्रेज़ हैदर अली की फ़्राँसीसिओं के साथ नजदीकियों को पसंद नहीं करते थे तथा मालाबार तट के समृद्ध व्यापार पर एकाधिकार चाहते थे।
- हैदर अली की कमजोर स्थिति को देखते हुए अंग्रेज़ों ने निजाम और मराठों के साथ संधि कर 1765 में हैदर अली पर हमला कर दिया।1766 में हैदर अली ने अपनी कूटनीति के कौशल से मराठों और निज़ामों को अपनी तरफ कर लिया।
अंग्रेज़ों का हैदर अली पर आक्रमण करने का मुख्य कारण –
- बंगाल, उड़ीसा, बिहार की दीवानी प्राप्त करने के बाद अंग्रेज़ों की पहुँच बहुत बड़े खजाने तक हो गई थी जिसकी मदद से उनलोगों ने अपनी सेना को मजबूत किया पूर्वी भारत पर कब्ज़ा कर लिया।
- अंग्रेज़ अपने प्रभाव क्षेत्र में वृद्धि करना चाहते थे मगर हैदर अली की बढ़ती हुई शक्ति उनके लिए बहुत बड़े खतरे के समान थी क्योकि हैदर अली फ्रंसिसिओं के काफी करीब था तथा युद्ध में फ्रंसिसिओं की मदद भी किया करता था। फ्रंसिसिओं की मदद से इसने आधुनिक शस्त्रागार स्थापित किया तथा अपने सैनिकों को पश्चिमी युद्धकला का प्रशिक्षण भी करवाया जिसके कारण अंग्रेज़ों की आँखों में हैदर अली खटकने लगा।
#3. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध (1767-69)
- 1767 में हैदर अली और अंग्रेज़ों के बीच प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध होता है।
- हैदर अली ने मराठों और निज़ामों की सेना के साथ मैंगलोर पर कब्ज़ा कर लिया तथा अंग्रेज़ों के गढ़ मद्रास पर चढ़ाई कर दी।अंग्रेज़ों की इस युद्ध में बुरी तरह हार होती है।
#4. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किसने किया ?
#5. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
अप्रैल 1769 में अंग्रेज़ों ने हैदर अली के साथ मद्रास की संधि की जिसके तहत –
- दोनों पक्षों ने जीते प्रदेश लौटा दिए।
- युद्ध की क्षतिपूर्ति का पूरा धन ब्रिटिश कंपनी देगी।
- संकट के समय एक दूसरे की मदद करने का वादा।
#6. द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध (1780-84)
- 1771-72 में मराठा पेशवा माधवराव ने हैदर अली पर हमला कर दिया मगर मद्रास की संधि के तहत अंग्रेज़ों ने हैदर अली की सहायता नहीं की।
- अंग्रेज़ों ने 1773 में हैदर अली के राज्य क्षेत्र में स्थित माहे में फ़्रांसिसी बस्ती पर आक्रमण कर कब्ज़ा कर लिया। हैदर अली और फ्रंसिसिओं के अच्छे सम्बन्ध थे।
- 1775 में अंग्रेज़ों और मराठों के बिच पहला आंग्ल मराठा युद्ध होता है।
- अंग्रेज़ों की कमजोर स्थिति को देखते हुए हैदर अली ने मराठों और निज़ामों के साथ मिलकर अंग्रेज़ों पर हमला कर दिया 1780 में उसने कर्नाटक के नवाब को घेरा तथा कर्नाटक पर कब्ज़ा किया।
- हैदर अली ने आकार्ट में कर्नल बेली को बुरी तरह परास्त कर दिया हेक्टर मुनरो मद्रास से मदद के लिए निकला था मगर आकार्ट में कब्जे की खबर सुनकर वापस मद्रास चला गया।
- हैदर अली ने अंग्रेजी सेना को परास्त कर दिया था यह बात बंगाल में गवर्नल जनरल वारेन हेस्टिंग के पास पहुंची उसने मराठों के साथ सालबाई की संधि कर ली और निजामों को गुंटूर दे दिया जिससे निज़ाम हैदर अली की मदद करने से पीछे हट गए।
- वारेन हेस्टिंग ने सर आयरकूट के नेतृत्व में बड़ी सेना भेजी हैदर अली से युद्ध के लिए। पोर्टोनोवा में आयरकूट ने हैदर अली को हरा दिया।
- अभी युद्ध चल ही रहा था की युद्ध के बीच में ही 7 दिसंबर 1782 में हैदर अली की मृत्यु हो गई। हैदर अली की मृत्यु के बाद मैसूर की गद्दी टीपू सुल्तान ने संभाल लिया।
- दोनों ही युद्ध जारी रखने की स्थिति में नहीं थे कुछ समय तक युद्ध चलने के बाद दोनों ने 1784 में मंगलौर की संधि कर ली। दोनों पक्ष लगभग बराबर की स्थिति में रहे।
#7. पोर्टोनोवा के युद्ध में हैदर अली के खिलाफ अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किसने किया था ?
#8. हैदर अली की मृत्यु कब हुई ?
#9. द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
- 7 दिसंबर 1782 में हैदर अली की मृत्यु हो गई। हैदर अली की मृत्यु के बाद मैसूर की गद्दी टीपू सुल्तान ने संभाल लिया।
- दोनों ही युद्ध जारी रखने की स्थिति में नहीं थे कुछ समय तक युद्ध चलने के बाद दोनों ने 1784 में मंगलौर की संधि कर ली। दोनों पक्ष लगभग बराबर की स्थिति में रहे।
संधि के तहत –
- दोनों एकदूसरे के जीते प्रदेश लौटा देंगे
- अँग्रेज़ मैसूर से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध रखेंगे
- संकटकाल में सहायता
#10. तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
तृतीय मैसूर युद्ध (1790-92) –
- मंगलौर की संधि के बाद त्रावणकोर अंग्रेज़ों के संरक्षण में चला गया था। त्रावणकोर के राजा की अंग्रेज़ों से मित्रता थी।
- त्रावणकोर के राजा ने टीपू सुल्तान के अधीन कुछ क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया इससे टीपू सुल्तान ने त्रावणकोर पर 14 दिसंबर 1789 को युद्ध छेड़ दिया हमला कर दिया।
- त्रावणकोर के राजा ने अंग्रेज़ों से मदद की गुहार लगाई। गवर्नल जनरल लार्ड कार्नवालिस ने तुरंत अपनी सेना भेज दी तथा मराठों और निज़ामों से संधि कर ली। इसने 1 जून 1790 में मराठों से तथा 4 जुलाई 1790 को निजामों से संधि की।
- निज़ामों और मराठों की सेना के साथ अंग्रेज़ों ने राजधानी श्रीरंगपट्टनम को घेर लिया। 1791 में टीपू सुल्तान ने आत्मसमर्पण कर दिया।
#11. तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
- 1791 में टीपू सुल्तान ने आत्मसमर्पण कर दिया। 1792 में श्रीरंगपट्टनम की संधि हुई।
संधि के तहत –
- टीपू सुल्तान को 3 करोड़ रुपए हर्जाना देना था।
- टीपू सुल्तान को आधा राज्य देना पड़ा।
- पूरा हर्जाना भरने तक अंग्रेज़ों ने टीपू सुल्तान के दोनों बेटों मुइज़ुद्दीन और अब्दुल खालिक को बंधक बना लिया।
- कार्नवालिस ने कहा “हमने अपने मित्रों को शक्तिशाली बनाये बिना अपने शत्रु को पंगु कर दिया”।
#12. चतुर्थ आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
- टीपू सुल्तान तृतीय मैसूर युद्ध में हार के बाद अपनी शक्ति का पुनः संगठन करना शुरू कर दिया तथा शीघ्र ही उसने अपनी बेहतर सेना खड़ी कर दी।
- विदेशों से सहायता प्राप्त करने के लिए टीपू सुल्तान ने राजनितिक सम्बन्ध स्थापित करना शुरू कर दिया। भारतीय राज्यों से उसे किसी प्रकार के सहयोग की आशा नहीं थी।
- अंग्रेज़ों को खदेड़ने के लिए उसने अंतराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने की दिशा में प्रयास करना शुरू कर दिया। उसने अपने दूत को काबुल फारस अरब और मॉरीशस भेजा।
- मॉरीशस में स्थित फ़्रांसिसी गवर्नर ने अपनी सेना की मदद देने को राज़ी हो गया। उसने नेपोलियन से भी पत्र व्यवहार किया। इसी दौरान टीपू सुल्तान ने जैकोबिन क्लब को join किया था।
- भारत में उस समय नया गवर्नर जनरल लार्ड वेलेजली था जो टीपू सुल्तान की मंशा को भांप गया था।
- उसने वापस से मराठों और निजामों से संधि कर ली और टीपू सुल्तान के राज्य पर हमला कर दिया। इस युद्ध में टीपू मारा गया।
- अंग्रेज़ों ने टीपू की मृत्यु के बाद इसके राज्य का विभाजन कर दिया। मैसूर राज्य के शेष हिस्सा वाडियार वंश के राजा चामराज के अल्पवयस्क पुत्र कृष्णराज को दे दिया।
- लार्ड वेलेजली ने जित के बाद कहा “आज पूरब का साम्राज्य मेरे क़दमों में पड़ा है”।
#13. टीपू सुल्तान के शासन काल में मैसूर राज्य की राजधानी क्या थी ?
- टीपू सुल्तान को टाइगर ऑफ़ मैसूर से जाना जाता है।
टीपू सुल्तान –
- जन्म – देवहलि में 20 नवंबर 1750
- गद्दी – 1782 -1799
- टीपू सुल्तान का मानना था भेड़ की तरह लम्बी जिंदगी जीने से अच्छा है शेर की तरह एक दिन जीना
- हिन्दू और ईसाईयों को मुस्लिम बनाया
- जैकोबिन क्लब का सदस्य था
- युद्ध में मैसूरियन रॉकेट और मिसाइलों का उपयोग
- टीपू सुल्तान ने श्रीरंगपट्ट्नम में स्वतंत्रता का वृक्ष लगाया था।
#14. जैकोबिन क्लब के सदस्य बनने के बाद टीपू सुल्तान ने अपने आपको क्या कहने का आदेश दिया था ?
- जैकोबिन क्लब के सदस्य बनने के बाद टीपू सुल्तान ने खुद को नागरिक (Citizen) टीपू कहा।
- 1791 ई० में मराठा घुड़सवारों के द्वारा श्रृंगेरी के शारदा मंदिर को लूट लिया गया, मंदिर के पुजारी के आग्रह पर टीपू सुल्तान ने मंदिर का मरम्मत करवाया तथा देवी की मूर्ति स्थापना के लिए धन भी दान किया।
- टीपू सुल्तान फ्रांसीसी क्रांति से प्रभावित था।
- टीपू सुल्तान ने कहा था : “मैं अंग्रेजों के स्थल साधनों को तो समाप्त कर सकता हूँ परन्तु समुद्र को नहीं सुखा सकता”।
आंग्ल-मैसूर युद्ध MCQ Quiz | Most Important Questions
1. हैदर अली ने आधुनिक शस्त्रागार कहाँ स्थापित किया था ?
उत्तर ➲ 1755 में डिंडीगुल में हैदर अली ने फ्रंसिसिओं की मदद से आधुनिक शस्त्रागार तोपखाने की स्थापना की। 1761 तक हैदर अली चिक्का कृष्णराज द्वितीय को गद्दी से हटाकर मैसूर का शासक बन जाता है। हैदर अली ने फ्राँसिसिओं की मदद से अपनी सेना में पश्चिमी ढंग से प्रशिक्षण देने की शुरुआत की।
2. हैदर अली मैसूर की गद्दी पर कब बैठता है ?
उत्तर ➲ 1761 में जब हैदर अली मैसूर की गद्दी पर बैठता है। 1764 में मराठा पेशवा माधव राव ने मैसूर पर आक्रमण कर दिया जिसमें हैदर अली की हार हो जाती है और 1765 में दोनों के बीच संधि होती है जिसमें हैदर अली को राज्य का कुछ क्षेत्र मराठों को देना पड़ता है तथा 28 लाख प्रति वर्ष चौथ कर देने के लिए राज़ी होना पड़ता है।
3. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
उत्तर ➲ 1767 में हैदर अली और अंग्रेज़ों के बीच प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध होता है। हैदर अली ने मराठों और निज़ामों की सेना के साथ मैंगलोर पर कब्ज़ा कर लिया तथा अंग्रेज़ों के गढ़ मद्रास पर चढ़ाई कर दी।
4. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किसने किया ?
उत्तर ➲ जनरल वेरेलस्ट
5. प्रथम आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
उत्तर ➲ अप्रैल 1769 में अंग्रेज़ों ने हैदर अली के साथ मद्रास की संधि की जिसके तहत –
1) दोनों पक्षों ने जीते प्रदेश लौटा दिए।
2) युद्ध की क्षतिपूर्ति का पूरा धन ब्रिटिश कंपनी देगी।
3) संकट के समय एक दूसरे की मदद करने का वादा।
6. द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
उत्तर ➲ 1780 ई. में हैदर अली ने मराठों और निज़ामों के साथ मिलकर अंग्रेज़ों पर हमला कर दिया, 1780 में उसने कर्नाटक के नवाब को घेरा तथा कर्नाटक पर कब्ज़ा किया। हैदर अली ने आकार्ट में कर्नल बेली को बुरी तरह परास्त कर दिया हेक्टर मुनरो मद्रास से मदद के लिए निकला था मगर आकार्ट में कब्जे की खबर सुनकर वापस मद्रास चला गया।
7. पोर्टोनोवा के युद्ध में हैदर अली के खिलाफ किसने अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किया था ?
उत्तर ➲ आयरकूट, वारेन हेस्टिंग ने सर आयरकूट के नेतृत्व में बड़ी सेना भेजी हैदर अली से युद्ध के लिए। पोर्टोनोवा में आयरकूट ने हैदर अली को हरा दिया।
8. हैदर अली की मृत्यु कब हुई ?
उत्तर ➲ 6 दिसंबर 1782 में हैदर अली की मृत्यु हो गई।
9. द्वितीय आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
उत्तर ➲ 1784 में मंगलौर की संधि, दोनों ही युद्ध जारी रखने की स्थिति में नहीं थे कुछ समय तक युद्ध चलने के बाद दोनों ने 1784 में मंगलौर की संधि कर ली। दोनों पक्ष लगभग बराबर की स्थिति में रहे। संधि के तहत – दोनों एकदूसरे के जीते प्रदेश लौटा देंगे, अँग्रेज़ मैसूर से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध रखेंगे, संकटकाल में सहायता
9. तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
उत्तर ➲ 1790 ई. में
10. तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध किस संधि के साथ ख़त्म हुआ ?
उत्तर ➲ 1791 में टीपू सुल्तान ने आत्मसमर्पण कर दिया। 1792 में श्रीरंगपट्टनम की संधि हुई। जिसके तहत 3 करोड़ हर्जाना तथा आधा राज्य देना पड़ा।
11. चतुर्थ आंग्ल मैसूर युद्ध कब हुआ था ?
उत्तर ➲ 1799 ई. में
भारत में उस समय नए गवर्नर जनरल लार्ड वेलेजली थे जी टीपू सुल्तान की मंशा को भांप गया था। उसने वापस से मराठों और निजामों से संधि कर ली और टीपू सुल्तान के राज्य पर हमला कर दिया। इस युद्ध में टीपू मारा गया। अंग्रेज़ों ने टीपू की मृत्यु के बाद इसके राज्य का विभाजन कर दिया।
12. टीपू सुल्तान के शासन काल में मैसूर राज्य की राजधानी क्या थी ?
उत्तर ➲ श्रीरंगपट्ट्नम
टीपू सुल्तान ने श्रीरंगपट्ट्नम में स्वतंत्रता का वृक्ष लगाया था।
टीपू सुल्तान को टाइगर ऑफ़ मैसूर से जाना जाता है।
13. भारत में रॉकेट तकनीक का खोजकर्ता ?
उत्तर ➲ टीपू सुल्तान
14. जैकोबिन क्लब के सदस्य बनने के बाद टीपू सुल्तान ने अपने आपको क्या कहने का आदेश दिया था ?
उत्तर ➲ नागरिक टीपू
टीपू सुल्तान फ्रांसीसी क्रांति से प्रभावित था।
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आंग्ल मैसूर युद्ध से सम्बंधित प्रश्न प्रायः Railways, SSC CGL, UPSC, SSC CHSL, NDA, Patwari, Police, IBPS PO, IBPS Clerk, RRB, State PSC exams में पूछे जाते हैं। इस Free Mock Test में GK Quiz की प्रैक्टिस कर अपने आंग्ल मैसूर युद्ध से सम्बंधित Objective Questions and Answers में अच्छे आंक प्राप्त कर सकते हैं।
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