TOP 29 MCQ Jharkhand me dharmik andolan Objective Quiz

Jharkhand me dharmik andolan

Jharkhand me Dharmik Andolan (झारखण्ड में धार्मिक आंदोलन) मुख्यतः Jharkhand Quiz or MCQ है जिसके Objective Questions झारखण्ड में बौद्ध धर्म और जैन धर्म से सम्बंधित होंगे।

झारखण्ड में लगभग सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में Jharkhand me Dharmik Andolan से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए हम आपके लिए परीक्षाओं में बेहतर अंक प्राप्त करने के लिए Free Mock Test लेकर आए हैं। इस पोस्ट में हम आपके लिए Jharkhand me Dharmik Andolan से सम्बंधित gk online test in hindi में लेकर आए हैं जो आपकी मदद करेगा।

Important Jharkhand me dharmik andolan MCQ –

1. झारखण्ड के किस स्थान पर “सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों” के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

(a) हनुमांड गाँव (पलामू)
(b) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)
(c) बेनूसागर (सिंहभूम)
(d) बहोरनपुर (हजारीबाग)

Show Answer

उत्तर ➲ (c) बेनूसागर (सिंहभूम)

सातवीं सदी में जो जैन मूर्तियां बने थे उसके अवशेष झारखण्ड के सिंहभूम जिले के ‘बेनूसागर’ से प्राप्त हुए हैं।

2. पारसनाथ पहाड़ी झारखण्ड के किस जिले में स्थित है तथा इसकी ऊंचाई कितनी है ?

(a) गिरिडीह, 1365 मी.
(b) हजारीबाग, 1356 मी.
(c) साहेबगंज, 1265 मी.
(d) देवघर, 1256 मी.

Show Answer

उत्तर ➲ (a) गिरिडीह, 1365 मी.

झारखण्ड के गिरिडीह जिले में स्थित ‘पारसनाथ पहाड़ी’ झारखण्ड की सबसे ऊँची पहाड़ी है जिसकी ऊंचाई (1365 मीटर / 4478 फीट) है।

3. इनमें से कौन जैन सभ्यता व संस्कृति का केंद्र था ?

(a) हनुमांड गाँव (पलामू)
(b) बहोरनपुर (हजारीबाग)
(c) छोटानागपुर का मानभूम
(d) बेनूसागर (सिंहभूम)

Show Answer

उत्तर ➲ (c) छोटानागपुर का मानभूम

झारखण्ड के छोटानागपुर का मानभूम (वर्त्तमान में धनबाद) को जैन धर्म की सभ्यता और संस्कृति का केंद्र माना जाता है।

4. जैन धर्म के 24 तीर्थकरों में से कितने तीर्थकरों ने पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त किया था ?

(a) 19 तीर्थकर
(b) 21 तीर्थकर
(c) 18 तीर्थकर
(d) 20 तीर्थकर

Show Answer

उत्तर ➲ (d) 20 तीर्थकर

जैन धर्म में कुल 24 तीर्थकर हुए उनमें से वे तीर्थकर जिनको निर्वाण पारसनाथ की पहाड़ी पर प्राप्त हुआ उनकी संख्या 20 है।

5. जैन धर्म से सम्बंधित पूजास्थल कहाँ प्राप्त हुए हैं ?

(a) बेनूसागर (सिंहभूम)
(b) हनुमांड गाँव (पलामू)
(c) बेलवादाग (खूँटी)
(d) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)

Show Answer

उत्तर ➲ (b) हनुमांड गाँव (पलामू)

झारखण्ड के पलामू जिले के हनुमांड गाँव से पूजास्थल प्राप्त हुए जिनका सम्बन्ध जैन धर्म से था।

6. पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त करने वाले पार्श्वनाथ कित्नाहवें तीर्थकर थे तथा इनको निर्वाण कब प्राप्त हुआ था ?

(a) 32वें तीर्थकर, 171 ई.पू.
(c) 13वें तीर्थकर, 177 ई.पू.
(d) 24वें तीर्थकर, 771 ई.पू.
(e) 23वें तीर्थकर, 717 ई.पू.

Show Answer

उत्तर ➲ (e) 23वें तीर्थकर, 717 ई.पू.

  • पार्श्वनाथ ने झारखण्ड के गिरिडीह जिले में स्थित पारसनाथ पहाड़ी पर 717 ई.पू. निर्वाण प्राप्त किया था तथा यह निर्वाण प्राप्त करने वाले 23 वें तीर्थकर थे।
  • पार्श्वनाथ पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त करने वाले अंतिम तीर्थकर थे।

7. झारखण्ड के किस स्थान पर “सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों” के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

(a) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)
(b) हनुमांड गाँव (पलामू)
(c) बेनूसागर (सिंहभूम)
(d) बहोरनपुर (हजारीबाग)

Show Answer

उत्तर ➲ (c) बेनूसागर (सिंहभूम)

झारखण्ड के सिंहभूम जिले के ‘बेनूसागर’ से सातवीं सदी में बनी जैन मूर्तियों के पुरातात्विक अवशेष पाए गए हैं।

8. किस नदी की घाटी से जैन धर्म संबंधी अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

(a) शंख नदी एवं अजय नदी
(b) उत्तरी कोयल नदी एवं औरंगा नदी
(c) बराकर एवं मयूराक्षी नदी
(d) दामोदर एवं कंसाई नदी

Show Answer

उत्तर ➲ (d) दामोदर एवं कंसाई नदी

झारखण्ड के जैन सम्बन्धी अवशेष दामोदर एवं कंसाई नदी से प्राप्त हुए हैं।

9. जैन धर्म से सम्बंधित पूजास्थल कहाँ प्राप्त हुए हैं ?

(a) हनुमांड गाँव (पलामू)
(b) बेनूसागर (सिंहभूम)
(c) बहोरनपुर (हजारीबाग)
(d) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)

Show Answer

उत्तर ➲ (a) हनुमांड गाँव (पलामू)

झारखण्ड के पलामू जिले में स्थित ‘हनुमांड गाँव’ से पूजा स्थल पाए गए जिसका सम्बन्ध जैन धर्म से था।

10. जैन ग्रंथों में भगवान महावीर के “लोर-ए-यादगा” की यात्रा का वर्णन है जिसका ‘मुण्डारी’ में क्या अर्थ है ?

(a) आंसुओं की झील
(b) आंसुओं की नदी
(c) आंसुओं की यात्रा
(d) आंसुओं का समंदर

Show Answer

उत्तर ➲ (b) आंसुओं की नदी

भगवान महावीर की यात्रा को जैन ग्रंथों में “लोर-ए-यादगा” से वर्णित किया गया है जिसका अर्थ ‘मुण्डारी’ भाषा में आंसुओं की नदी है।

11. गृहस्थ जैन मतावलंबी जीने ‘सरक’ कहा जाता था उन्हें किस जनजाति ने सिंहभूम से बहार निकल दिया था ?

(a) हो जनजाति
(b) चेरो जनजाति
(c) मुण्डा जनजाति
(d) संथाल जनजाति

Show Answer

उत्तर ➲ (a) हो जनजाति

जैन धर्म में गृहस्थ जैन मतावलंबी का पालन करने वाले जिन्हें ‘सरक’ कहा जाता था उन्हें सिंहभूम क्षेत्र से हो जनजातियों ने बाहर निकाल दिया था।

12. किस पहाड़ी को जैन धर्म में मक्का से सम्बोधित किया गया है ?

(a) नेतरहाट पहाड़ी
(b) टैगोर पहाड़ी
(c) पारसनाथ पहाड़ी
(d) कोल्हुआ पहाड़ी

Show Answer

उत्तर ➲ (c) पारसनाथ पहाड़ी

पारसनाथ पहाड़ी झारखण्ड के गिरिडीह जिले में स्थित झारखण्ड की सबसे ऊँची पहाड़ी है इसे जैन धर्म के ‘मक्का’ से सम्बोधित किया जाता है।

13. ‘कोल्हुआ पहाड़’ झारखण्ड के किस जिले में स्थित है जहाँ जैन व बौद्ध धर्म की मूर्तियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

(a) धनबाद
(b) गिरिडीह
(c) हजारीबाग
(d) चतरा

Show Answer

उत्तर ➲ (d) चतरा

जैन धर्म तथा बौद्ध धर्म की मूर्तियों के पुरातात्विक अवशेष झारखण्ड के चतरा जिले में स्थित ‘कोल्हुआ पहाड़’ से प्राप्त हुआ है।

14. झारखण्ड के किस स्थान पर “सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों” के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

(a) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)
(b) बेनूसागर (सिंहभूम)
(c) बहोरनपुर (हजारीबाग)
(d) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)

Show Answer

उत्तर ➲ (b) बेनूसागर (सिंहभूम)

सातवीं सदी में बनी जैन मूर्तियों के पुरातात्विक अवशेष झारखण्ड के सिंहभूम जिले में स्थित ‘बेनूसागर’ से प्राप्त हुए हैं।

15. ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर ज्ञान प्राप्त करने वाले जैन धर्म के 10वें तीर्थकर का नाम क्या था ?

(a) शीतल नाथ
(b) पार्श्वनाथ
(c) अजीत नाथ
(d) अभिनन्दन नाथ

Show Answer

उत्तर ➲ (a) शीतल नाथ

शीतल नाथ जो जैन धर्म के 10 वें तीर्थकर थे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर हुआ था।

16. ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर कितने जैन तीर्थकरों की प्रतिमा है ?

(a) 19
(b) 9
(c) 10
(d) 8

Show Answer

उत्तर ➲ (b) 9

  • जैन धर्म के कुल 9 तीर्थकरों की प्रतिमा ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर स्थित है।
  • जैन धर्म के अनुयायियों का मानना है ‘कोल्हुआ पहाड़’ के एक पत्थर पर पार्श्वनाथ का पदचिन्ह है।

17. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा मिली है ?

(a) हनुमांड गाँव (पलामू)
(b) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)
(c) कटूंगा गाँव (गुमला)
(d) बेनूसागर (सिंहभूम)

Show Answer

उत्तर ➲ (c) कटूंगा गाँव (गुमला)

भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा झारखण्ड के गुमला जिले में स्थित ‘कटूंगा गाँव’ से मिली है।

18. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएँ प्राप्त हुई हैं ?

(a) करुआ गाँव
(b) हनुमांड गाँव (पलामू)
(c) मूर्तिया गाँव
(d) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)

Show Answer

उत्तर ➲ (d) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)

भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएँ झारखण्ड के जमशेदपुर में स्थित ‘पटमदा गाँव’ से मिली है।

19. झारखण्ड के किस स्थान से बौद्ध स्मारक प्राप्त हुए हैं ?

(a) दियापुर-दालमी (धनबाद)
(b) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)
(c) बहोरनपुर (हजारीबाग)
(d) बेनूसागर (सिंहभूम)

Show Answer

उत्तर ➲ (a) दियापुर-दालमी (धनबाद)

एक बौद्ध स्मारक झारखण्ड के धनबाद जिले में स्थित दियापुर-दालमी से प्राप्त हुई है।

20. झारखण्ड के किस गाँव से सिंह का शीर्ष मिला है जो सांची स्तूप के द्वार पर स्थित सिंह के शीर्ष के समान है तथा यह गांव किस जिले में स्थित है ?

(a) करुआ गाँव
(b) हनुमांड गाँव (पलामू)
(c) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)
(d) मूर्तिया गाँव, पलामू

Show Answer

उत्तर ➲ (d) मूर्तिया गाँव, पलामू

सांची स्तूप के द्वार पर स्थित सिंह के शीर्ष के जैसा ही झारखण्ड के पलामू जिले के ‘मूर्तिया गाँव’ से सिंह का एक शीर्ष प्राप्त हुआ है।

21. झारखण्ड के किस गाँव से बौद्ध स्तूप प्राप्त हुआ है ?

(a) हनुमांड गाँव
(b) करुआ गाँव
(c) मूर्तिया गाँव
(d) पटमदा गाँव

Show Answer

उत्तर ➲ (b) करुआ गाँव

22. झारखण्ड के किस स्थान से बुद्ध की प्रस्तर मूर्ति मिली है ?

(a) बहोरनपुर (हजारीबाग)
(b) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)
(c) सूर्यकुंड (हजारीबाग)
(d) बेनूसागर (सिंहभूम)

Show Answer

उत्तर ➲ (c) सूर्यकुंड (हजारीबाग)

झारखण्ड के हजारीबाग जिला में स्थित ‘सूर्यकुंड’ से भगवान् बुद्ध की पत्थर की मूर्ति मिली है।

23. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की 1200 वर्ष पुरानी पालकालीन मूर्तियाँ पाई गई है ?

(a) बहोरनपुर (हजारीबाग)
(b) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)
(c) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)
(d) करुआ गाँव

Show Answer

उत्तर ➲ (a) बहोरनपुर (हजारीबाग)

1200 वर्ष पुरानी भगवान बुद्ध की पाल काल में बनी मूर्तियाँ झारखण्ड के हजारीबाग जिले में स्थित ‘बहोरनपुर’ से प्राप्त हुई है।

24. बौद्ध धर्म की देवी तारा की मूर्ति झारखण्ड के किस स्थान से प्राप्त हुई है ?

(a) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)
(b) बेलवादाग (खूँटी)
(c) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)
(d) सीतागढ़ पहाड़ (हजारीबाग)

Show Answer

उत्तर ➲ (c) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)

  • झारखण्ड के सरायकेला-खरसावाँ जिले में स्थित ईचागढ़ से ‘तारा’ जो बौद्ध धर्म की देवी है उनकी मूर्ति प्राप्त हुई है। 
  • यह मूर्ति फिलहाल रांची स्थित संग्रहालय में रखा गया है।

25. झारखण्ड के किस स्थान से बौद्ध विहार के अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

(a) बेनूसागर (सिंहभूम)
(b) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)
(c) सीतागढ़ पहाड़ (हजारीबाग)
(d) बेलवादाग (खूँटी)

Show Answer

उत्तर ➲ (d) बेलवादाग (खूँटी)

बौद्ध विहार के पुरातात्विक अवशेष झारखण्ड के खूंटी जिले में स्थित ‘बेलवादाग’ से प्राप्त हुए हैं।

26. झारखण्ड के किस स्थान से बुद्ध की चार आकृतियों वाला एक स्तूप मिला है ?

(a) ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)
(b) सीतागढ़ पहाड़ (हजारीबाग)
(c) बेलवादाग (खूँटी)
(d) पटमदा गाँव (जमशेदपुर)

Show Answer

उत्तर ➲ (b) सीतागढ़ पहाड़ (हजारीबाग)

एक स्तूप जिसपर बुद्ध की चार आकृतियां हैं, झारखण्ड के हजारीबाग जिले में स्थित ‘सीतागढ़ पहाड़’ से मिली हैं।

27. झारखण्ड के किस स्थान से प्रस्तर की एक खंडित बुद्ध मूर्ति मिली है ?

(a) पटमदा गाँव
(b) बेनूसागर
(c) बहोरनपुर
(d) घोलमारा

Show Answer

उत्तर ➲ (d) घोलमारा

झारखण्ड के ‘घोलमारा’ से भगवान् बुद्ध की टूटी हुई मूर्ति जो पत्थर से बनी थी मिली हैं।

28. सीतगढ़ पहाड़ से प्राप्त बौद्ध विहार का वर्णन किसके द्वारा किया गया है ?

(a) ह्वेनसांग
(b) फाह्यान
(c) इत्सिंग
(d) संगुयन

Show Answer

उत्तर ➲ (b) फाह्यान

29. झारखण्ड में किसके प्रवेश के बाद बौद्ध धर्म का पतन शुरू हो गया ?

(a) समुद्रगुप्त
(b) चन्द्रगुप्त
(c) कुमार गुप्त
(d) स्कन्धगुप्त

Show Answer

उत्तर ➲ (c) कुमार गुप्त

Theory of झारखण्ड में धार्मिक आंदोलन –

छठवीं शताब्दी में उत्तर भारत के मध्य गंगा घाटी क्षेत्र बहुत से धार्मिक सम्प्रदाय का उदय हुआ था मगर आगे चलकर बौद्ध और जैन धर्म ही प्रचलित हुए। झारखण्ड में बौद्ध धर्म और जैन धर्म दोनों का केंद्र मानभूम था।

झारखण्ड में धार्मिक आंदोलन का प्रभाव –

झारखण्ड में धार्मिक आंदोलन के दौरान झारखण्ड में बौद्ध धर्म और जैन धर्म का गहरा प्रभाव रहा है। छठी शताब्दी में चले धार्मिक आंदोलन में झारखण्ड में बौद्ध धर्म और जैन धर्म का प्रचार प्रसार खूब जोरों से चला था। बौद्ध धर्म और जैन धर्म दोनों का झारखण्ड में केंद्र मानभूम था।

गौतम बुद्ध

  • गौतम बुद्ध का जन्म 583 ई.पू. में कपिलवस्तु में लुम्बनी में हुआ था।
  • गौतम बुद्ध का वास्तविक नाम सिद्धार्थ था, उनके पिता का नाम शुद्धोधन था तथा माता का नाम महामाया था।
  • गौतम बुध के जन्म के सातवें दिन ही उनकी माता महामाया की मृत्यु हो गई थी जिसके बाद उनका पालन पोषण उनकी मौसी प्रजापति गौतमी ने किया।
  • उनका विवाह 16 वर्ष की आयु में यशोधरा से हुई। 28 वर्ष की उम्र में वे पिता बने उनके पुत्र का नाम राहुल था।
  • गौतम बुद्ध का अध्यात्म की ओर जाने का कारण ये चार दृश्य थे – बूढ़ा, रोगी, अर्थी और सन्यासी।
  • सत्य की खोज में 29 वर्ष की उम्र में उन्होंने गृह त्याग दिया।
  • उन्होंने गुरु अलारकलाम से शिक्षा प्राप्त की।
  • गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया। इनके प्रथम उपदेश को बौद्ध ग्रन्थ में धर्म चक्र प्रवर्तन कहा गया हैं।
  • महात्मा बुद्ध की मृत्यु 483 ई.पू. कुशीनगर में हुई थी। उनकी मृत्यु को बौद्ध ग्रन्थ में महापरिनिर्वाण कहा गया।

महावीर स्वामी

  • जैन शब्द का अर्थ हैं अपने इन्द्रियों को जितने वाला।
  • जैन धर्म के संस्थापक, प्रवर्तक तथा पहले तीर्थंकर, ऋषभदेव को माना जाता है।
  • जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे।
  • पार्श्वनाथ ने 30 वर्ष की उम्र में गृह त्याग कर सन्यासी बन गए। उन्होंने सम्मेद पर्वत पर तपस्या किया था।
  • पार्श्वनाथ ने अहिंसा को महत्त्व दिया।
  • पार्श्वनाथ ने भिक्षुकों को सफ़ेद वस्त्र पहनने का आदेश दिया।
  • जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर महावीर स्वामी थे। इनको जैन धर्म का वास्तविक संस्थापक कहा जाता हैं।
  • 540 ई.पू. महावीर स्वामी का जन्म बिहार के वैशाली जिला के कुण्डलग्राम में हुआ था। उनके बचपन का नाम वर्धमान था।
  • महावीर स्वामी का विवाह यशोदा से हुआ था।
  • उनकी पुत्री का नाम प्रियदर्शनी था जिसका विवाह जमाली नामक एक क्षत्रिय से हुआ था।
  • 30 वर्ष की उम्र में महावीर ने अपने बड़े भाई से अनुमति ले कर घर त्याग दिया।
  • 42 वर्ष में महावीर स्वामी को ज्ञान की प्राप्ति हुई।
  • प्राकृत भाषा में महावीर ने अपना उपेदश दिया।
  • दामाद जामालि महावीर के प्रथम अनुयायी थे।
  • राजगृह के समीप पावा नामक स्थान पर महावीर स्वामी ने 72 वर्ष की आयु में 468 ई.पू. निर्वाण प्राप्त किया।
  • जैन धर्म में त्रिरत्नों के पालन की बात की गयी है। ये हैं – सम्यक् ज्ञान, सम्यक् आचरण, सम्यक् श्रद्धा
  • महावीर स्वामी की मृत्यु के बाद जैन धर्म श्वेतांबर एवं दिगंबर में विभाजित हो गया।

झारखण्ड में धार्मिक आंदोलन के दौरान जैन धर्म –

  • झारखण्ड के गिरिडीह जिले में स्थित पारसनाथ पहाड़ी पर जिसकी ऊंचाई 1365 मीटर है यहाँ जैनियों के 23 वें तीर्थकर पार्श्वनाथ को 717 ई.पू. में निर्वाण प्राप्त हुआ था।
  • पार्श्वनाथ अंतिम तीर्थकर थे जिन्होंने पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त किया था।
  • पारसनाथ पहाड़ी पर जैन धर्म के कुल 24 तीर्थकरों में से 20 तीर्थकरों ने निर्वाण प्राप्त किया है।
  • पारसनाथ पहाड़ी तीर्थ स्थल माना जाता है जैन धर्म को मानने वालों के लिए, गिरिडीह में स्थित पारसनाथ पहाड़ी को जैन धर्म का मक्का भी कहा जाता है।
  • मुंडारी भाषा में लोर-ए-यादगा का अर्थ होता है आंसुओं की नदी, इस लोर-ए-यादगा का उल्लेख जैन ग्रंथों में महावीर के यात्रा के सन्दर्भ में किया गया है।
  • छोटानागपुर का मानभूम जो वर्तमान में धनबाद के नाम से जाना जाता है यहाँ जैन सभ्यता तथा जैन संस्कृति का केंद्र है।
  • जैन धर्म के प्रमाण पकबिरा, बोड़ाम, अरशा, गोलमारा, कर्रा, पवनपुर आदि स्थानों पर प्राप्त हुए हैं।
  • जैन धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण अवशेष कंसाई नदी और दामोदर नदी की घाटी से प्राप्त हुई है।
  • जैन धर्म के अनुयाईयों के पूजा स्थल झारखण्ड के पलामू जिले के हनुमांड गाँव से प्राप्त हुए हैं।
  • जैन मूर्तियां जो सातवीं सदी में बनी हुई थी वह झारखण्ड के सिंहभूम जिले के बेनुसागर से प्राप्त हुई।
  • जैन धर्म को मानने वाले गृहस्थ जैन मतावलम्बी जिन्हें सरक कहा जाता था वे सिंहभूम के शुरुआत के निवासी थे, मगर इन्हे सिंहभूम से बहार निकल दिया गया था हो जनजातियों के द्वारा। इन सरक को श्रावक कहते थे श्रावक का ही बिगड़ा हुआ नाम सरक है।
  • दोनों धर्म जैन धर्म और बौद्ध धर्म का सम्बन्ध झारखण्ड के चतरा जिले के कोल्हुआ पहाड़ से जुड़ा है। कोल्हुआ पहाड़ पर बहुत से मूर्तियों के पुरातात्विक अवशेष मौजूद हैं जो जैन धर्म और बौद्ध धर्म से संबंधित हैं।
  • झारखण्ड के चतरा जिला में स्थित कोल्हुआ पहाड़ पर प्रतिमा हैं नौ जैन तीर्थकरों की तथा झारखण्ड के चतरा जिला में स्थित कोल्हुआ पहाड़ पर ही शीतलनाथ को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी जो जैन धर्म के 10 वें तीर्थकर थे। इसी कोल्हुआ पहाड़ पर पार्श्वनाथ जो जैन धर्म के अनुयायी थे उनके पद्चिन्ह हैं एक पत्थर पर।

झारखण्ड में धार्मिक आंदोलन के दौरान बौद्ध धर्म –

  • साँची स्तूप के द्वार पर स्थित सिंह के शीर्ष से मिलता हुआ एक शीर्ष झारखण्ड के पलामू जिले के मुर्तिया गाँव में स्थित हैं।
  • झारखण्ड के करुआ गाँव से बौद्ध स्तूप प्राप्त हुआ हैं।
  • भगवान बुद्ध की पत्थर की मूर्ति झारखण्ड के हजारीबाग जिले के सूर्यकुण्ड से मिला है।
  • भगवान बुद्ध की पाल काल में निर्मित मूर्तियां जो 1200 साल पुरानी है वह झारखण्ड के हजारीबाग जिले के बहोरन से मिली है।
  • बौद्ध विहार के पुरातात्विक अवशेष झारखण्ड के खूंटी जिले के बेलवादाग से मिले हैं।
  • भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा झारखण्ड के गुमला जिले में स्थित कटूंगा गाँव से मिली है।
  • भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएँ झारखण्ड के जमशेदपुर के पटमदा गाँव से मिली है।
  • भगवान बुद्ध की बौद्ध स्मारक झारखण्ड के धनबाद जिले के दियापुर-दालमी में मिली है।
  • धनबाद जिले के दामोदर नदी के किनारे स्थित बुद्धपुर में बुद्धेश्वर मंदिर स्थित है जो एक बौद्ध स्थल है।
  • पत्थर से बनी बुद्ध की टूटी हुई मूर्ति घोलमारा में मिली है।
  • बौद्ध धर्म मान्यताओं की देवी बौद्ध देवी तारा की मूर्ति झारखण्ड के सरायकेला-खरसावाँ जिले के ईचागढ़ में मिली है। फ़िलहाल इस मूर्ति को सुरक्षित तौर पर रांची संग्रहालय को दे दिया गया है।
  • चार आकृति वाली भगवान बुद्ध का स्तूप झारखण्ड के हजारीबाग जिले के सीतगढ़ पहाड़ से मिला है। यहाँ पर स्थित एक बौद्ध विहार का वर्णन फाह्यान ने किया था।
  • बौद्ध धर्म की वज्रयान शाखा का झारखण्ड में विकास बंगाल में पाल शासकों के शासन में हुआ था।
  • झारखण्ड में बौद्ध धर्म का प्रसार ‘कुमार गुप्त’ के प्रवेश से कम होने लग गया।

यहां आप सभी प्रतियोगी झारखंड से सम्बंधित सभी exams का preparation तथा झारखण्ड gk exam का अभ्यास कर सकते हैं। यहाँ झारखण्ड के सभी विषयों का जैसे अर्थव्यवस्था, राजव्यवस्था, इतिहास, भूगोल, कला एवं संस्कृति, शासन व्यवस्था आदि पर आधारित questions set दिया जाता है। यहाँ gk quiz झारखण्ड में हिंदी भाषी छात्रों के लिए मॉडल पेपर प्रदान किया जाता है ताकि आप अपनी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी और भी अच्छे से कर सकें। अगर आपको कोई भी त्रुटि या कोई भी गलती लगे तो आप comment कर मुझे सूचित कर सकते हैं।

Jharkhand me dharmik andolan Mock Test –

Results

#1. झारखण्ड के किस स्थान पर "सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों" के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

  • सातवीं सदी में जो जैन मूर्तियां बने थे उसके अवशेष झारखण्ड के सिंहभूम जिले के ‘बेनूसागर’ से प्राप्त हुए हैं।

#2. पारसनाथ पहाड़ी झारखण्ड के किस जिले में स्थित है तथा इसकी ऊंचाई कितनी है ?

  • झारखण्ड के गिरिडीह जिले में स्थित ‘पारसनाथ पहाड़ी’ झारखण्ड की सबसे ऊँची पहाड़ी है जिसकी ऊंचाई (1365 मीटर / 4478 फीट) है।

#3. इनमें से कौन जैन सभ्यता व संस्कृति का केंद्र था ?

  • झारखण्ड के छोटानागपुर का मानभूम (वर्त्तमान में धनबाद) को जैन धर्म की सभ्यता और संस्कृति का केंद्र माना जाता है।

#4. जैन धर्म के 24 तीर्थकरों में से कितने तीर्थकरों ने पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त किया था ?

  • जैन धर्म में कुल 24 तीर्थकर हुए उनमें से वे तीर्थकर जिनको निर्वाण पारसनाथ की पहाड़ी पर प्राप्त हुआ उनकी संख्या 20 है।

#5. जैन धर्म से सम्बंधित पूजास्थल कहाँ प्राप्त हुए हैं ?

  • झारखण्ड के पलामू जिले के हनुमांड गाँव से पूजास्थल प्राप्त हुए जिनका सम्बन्ध जैन धर्म से था।

#6. पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त करने वाले पार्श्वनाथ कित्नाहवें तीर्थकर थे तथा इनको निर्वाण कब प्राप्त हुआ था ?

  • पार्श्वनाथ ने झारखण्ड के गिरिडीह जिले में स्थित पारसनाथ पहाड़ी पर 717 ई.पू. निर्वाण प्राप्त किया था तथा यह निर्वाण प्राप्त करने वाले 23 वें तीर्थकर थे।
  • पार्श्वनाथ पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त करने वाले अंतिम तीर्थकर थे।

#7. झारखण्ड के किस स्थान पर "सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों" के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

  • झारखण्ड के सिंहभूम जिले के ‘बेनूसागर’ से सातवीं सदी में बनी जैन मूर्तियों के पुरातात्विक अवशेष पाए गए हैं।

#8. किस नदी की घाटी से जैन धर्म संबंधी अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

  • झारखण्ड के जैन सम्बन्धी अवशेष दामोदर एवं कंसाई नदी से प्राप्त हुए हैं।

#9. जैन धर्म से सम्बंधित पूजास्थल कहाँ प्राप्त हुए हैं ?

  • झारखण्ड के पलामू जिले में स्थित ‘हनुमांड गाँव’ से पूजा स्थल पाए गए जिसका सम्बन्ध जैन धर्म से था।

#10. जैन ग्रंथों में भगवान महावीर के "लोर-ए-यादगा" की यात्रा का वर्णन है जिसका 'मुण्डारी' में क्या अर्थ है ?

  • भगवान महावीर की यात्रा को जैन ग्रंथों में “लोर-ए-यादगा” से वर्णित किया गया है जिसका अर्थ ‘मुण्डारी’ भाषा में आंसुओं की नदी है।

#11. गृहस्थ जैन मतावलंबी जीने 'सरक' कहा जाता था उन्हें किस जनजाति ने सिंहभूम से बहार निकल दिया था ?

  • जैन धर्म में गृहस्थ जैन मतावलंबी का पालन करने वाले जिन्हें ‘सरक’ कहा जाता था उन्हें सिंहभूम क्षेत्र से हो जनजातियों ने बाहर निकाल दिया था।

#12. किस पहाड़ी को जैन धर्म में मक्का से सम्बोधित किया गया है ?

  • पारसनाथ पहाड़ी झारखण्ड के गिरिडीह जिले में स्थित झारखण्ड की सबसे ऊँची पहाड़ी है इसे जैन धर्म के ‘मक्का’ से सम्बोधित किया जाता है।

#13. 'कोल्हुआ पहाड़' झारखण्ड के किस जिले में स्थित है जहाँ जैन व बौद्ध धर्म की मूर्तियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

  • जैन धर्म तथा बौद्ध धर्म की मूर्तियों के पुरातात्विक अवशेष झारखण्ड के चतरा जिले में स्थित ‘कोल्हुआ पहाड़’ से प्राप्त हुआ है।

#14. झारखण्ड के किस स्थान पर "सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों" के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

  • सातवीं सदी में बनी जैन मूर्तियों के पुरातात्विक अवशेष झारखण्ड के सिंहभूम जिले में स्थित ‘बेनूसागर’ से प्राप्त हुए हैं।

#15. 'कोल्हुआ पहाड़' पर ज्ञान प्राप्त करने वाले जैन धर्म के 10वें तीर्थकर का नाम क्या था ?

  • शीतल नाथ जो जैन धर्म के 10 वें तीर्थकर थे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर हुआ था।

#16. 'कोल्हुआ पहाड़' पर कितने जैन तीर्थकरों की प्रतिमा है ?

  • जैन धर्म के कुल 9 तीर्थकरों की प्रतिमा ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर स्थित है।
  • जैन धर्म के अनुयायियों का मानना है ‘कोल्हुआ पहाड़’ के एक पत्थर पर पार्श्वनाथ का पदचिन्ह है।

#17. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा मिली है ?

  • भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा झारखण्ड के गुमला जिले में स्थित ‘कटूंगा गाँव’ से मिली है।

#18. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएँ प्राप्त हुई हैं ?

  • भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएँ झारखण्ड के जमशेदपुर में स्थित ‘पटमदा गाँव’ से मिली है।

#19. झारखण्ड के किस स्थान से बौद्ध स्मारक प्राप्त हुए हैं ?

  • एक बौद्ध स्मारक झारखण्ड के धनबाद जिले में स्थित दियापुर-दालमी से प्राप्त हुई है।

#20. झारखण्ड के किस गाँव से सिंह का शीर्ष मिला है जो सांची स्तूप के द्वार पर स्थित सिंह के शीर्ष के समान है तथा यह गांव किस जिले में स्थित है ?

  • सांची स्तूप के द्वार पर स्थित सिंह के शीर्ष के जैसा ही झारखण्ड के पलामू जिले के ‘मूर्तिया गाँव’ से सिंह का एक शीर्ष प्राप्त हुआ है।

#21. झारखण्ड के किस गाँव से बौद्ध स्तूप प्राप्त हुआ है ?

#22. झारखण्ड के किस स्थान से बुद्ध की प्रस्तर मूर्ति मिली है ?

  • झारखण्ड के हजारीबाग जिला में स्थित ‘सूर्यकुंड’ से भगवान् बुद्ध की पत्थर की मूर्ति मिली है।

#23. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की 1200 वर्ष पुरानी पालकालीन मूर्तियाँ पाई गई है ?

  • 1200 वर्ष पुरानी भगवान बुद्ध की पाल काल में बनी मूर्तियाँ झारखण्ड के हजारीबाग जिले में स्थित ‘बहोरनपुर’ से प्राप्त हुई है।

#24. बौद्ध धर्म की देवी तारा की मूर्ति झारखण्ड के किस स्थान से प्राप्त हुई है ?

  • झारखण्ड के सरायकेला-खरसावाँ जिले में स्थित ईचागढ़ से ‘तारा’ जो बौद्ध धर्म की देवी है उनकी मूर्ति प्राप्त हुई है।

     

  • यह मूर्ति फिलहाल रांची स्थित संग्रहालय में रखा गया है।

#25. झारखण्ड के किस स्थान से बौद्ध विहार के अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

  • बौद्ध विहार के पुरातात्विक अवशेष झारखण्ड के खूंटी जिले में स्थित ‘बेलवादाग’ से प्राप्त हुए हैं।

#26. झारखण्ड के किस स्थान से बुद्ध की चार आकृतियों वाला एक स्तूप मिला है ?

  • एक स्तूप जिसपर बुद्ध की चार आकृतियां हैं, झारखण्ड के हजारीबाग जिले में स्थित ‘सीतागढ़ पहाड़’ से मिली हैं।

#27. झारखण्ड के किस स्थान से प्रस्तर की एक खंडित बुद्ध मूर्ति मिली है ?

  • झारखण्ड के ‘घोलमारा’ से भगवान् बुद्ध की टूटी हुई मूर्ति जो पत्थर से बनी थी मिली हैं।

#28. सीतगढ़ पहाड़ से प्राप्त बौद्ध विहार का वर्णन किसके द्वारा किया गया है ?

#29. झारखण्ड में किसके प्रवेश के बाद बौद्ध धर्म का पतन शुरू हो गया ?

Finish

Jharkhand me Dharmik Andolan Quiz –

1. झारखण्ड के किस स्थान पर “सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों” के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

उत्तर ➲ बेनूसागर (सिंहभूम)

2. पारसनाथ पहाड़ी झारखण्ड के किस जिले में स्थित है तथा इसकी ऊंचाई कितनी है ?

उत्तर ➲ गिरिडीह, 1365 मी.

3. इनमें से कौन जैन सभ्यता व संस्कृति का केंद्र था ?

उत्तर ➲ छोटानागपुर का मानभूम (वर्त्तमान में धनबाद)

4. जैन धर्म के 24 तीर्थकरों में से कितने तीर्थकरों ने पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त किया था ?

उत्तर ➲ 20 तीर्थकर

5. जैन धर्म से सम्बंधित पूजास्थल कहाँ प्राप्त हुए हैं ?

उत्तर ➲ हनुमांड गाँव (पलामू)

6. पारसनाथ पहाड़ी पर निर्वाण प्राप्त करने वाले पार्श्वनाथ कित्नाहवें तीर्थकर थे तथा इनको निर्वाण कब प्राप्त हुआ था ?

उत्तर ➲ 23वें तीर्थकर, 717 ई.पू.

7. झारखण्ड के किस स्थान पर “सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों” के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

उत्तर ➲ बेनूसागर (सिंहभूम)

basic biology questions

(Respiratory system) श्‍वसन तंत्र से सम्बंधित important MCQ – click here

8. किस नदी की घाटी से जैन धर्म संबंधी अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

उत्तर ➲ दामोदर एवं कंसाई नदी

9. जैन धर्म से सम्बंधित पूजास्थल कहाँ प्राप्त हुए हैं ?

उत्तर ➲ हनुमांड गाँव (पलामू)

10. जैन ग्रंथों में भगवान महावीर के “लोर-ए-यादगा” की यात्रा का वर्णन है जिसका ‘मुण्डारी’ में क्या अर्थ है ?

उत्तर ➲ आंसुओं की नदी

11. गृहस्थ जैन मतावलंबी जीने ‘सरक’ कहा जाता था उन्हें किस जनजाति ने सिंहभूम से बहार निकल दिया था ?

उत्तर ➲ हो जनजाति

12. किस पहाड़ी को जैन धर्म में मक्का से सम्बोधित किया गया है ?

उत्तर ➲ पारसनाथ पहाड़ी

13. ‘कोल्हुआ पहाड़’ झारखण्ड के किस जिले में स्थित है जहाँ जैन व बौद्ध धर्म की मूर्तियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

उत्तर ➲ चतरा

14. झारखण्ड के किस स्थान पर “सातवीं शताब्दी की जैन मूर्तियों” के पुरातात्विक अवशेष पाए गए ?

उत्तर ➲ बेनूसागर (सिंहभूम)

biology general knowledge questions and answers

(Digestive System) पाचन तंत्र से सम्बंधित important MCQ – click here

15. ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर ज्ञान प्राप्त करने वाले जैन धर्म के 10वें तीर्थकर का नाम क्या था ?

उत्तर ➲ शीतल नाथ

16. ‘कोल्हुआ पहाड़’ पर कितने जैन तीर्थकरों की प्रतिमा है ?

उत्तर ➲ 9

17. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा मिली है ?

उत्तर ➲ कटूंगा गाँव (गुमला)

18. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की दो प्रतिमाएँ प्राप्त हुई हैं ?

उत्तर ➲ पटमदा गाँव (जमशेदपुर)

19. झारखण्ड के किस स्थान से बौद्ध स्मारक प्राप्त हुए हैं ?

उत्तर ➲ दियापुर-दालमी (धनबाद)

20. झारखण्ड के किस गाँव से सिंह का शीर्ष मिला है जो सांची स्तूप के द्वार पर स्थित सिंह के शीर्ष के समान है तथा यह गांव किस जिले में स्थित है ?

उत्तर ➲ मूर्तिया गाँव , पलामू

21. झारखण्ड के किस गाँव से बौद्ध स्तूप प्राप्त हुआ है ?

उत्तर ➲ करुआ गाँव

basic gk questions in hindi

(Endocrine gland) अंतः स्रावी ग्रंथि से सम्बंधित important MCQ – click here

22. झारखण्ड के किस स्थान से बुद्ध की प्रस्तर मूर्ति मिली है ?

उत्तर ➲ सूर्यकुंड (हजारीबाग)

23. झारखण्ड के किस स्थान से भगवान बुद्ध की 1200 वर्ष पुरानी पालकालीन मूर्तियाँ पाई गई है ?

उत्तर ➲ बहोरनपुर (हजारीबाग)

24. बौद्ध धर्म की देवी तारा की मूर्ति झारखण्ड के किस स्थान से प्राप्त हुई है ?

उत्तर ➲ ईचागढ़ (सरायकेला-खरसावाँ)

25. झारखण्ड के किस स्थान से बौद्ध विहार के अवशेष प्राप्त हुए हैं ?

उत्तर ➲ बेलवादाग (खूँटी)

26. झारखण्ड के किस स्थान से बुद्ध की चार आकृतियों वाला एक स्तूप मिला है ?

उत्तर ➲ सीतागढ़ पहाड़ (हजारीबाग)

most important gk question in hindi

(Excretory System) उत्सर्जन तंत्र से सम्बंधित important MCQ – click here

27. झारखण्ड के किस स्थान से प्रस्तर की एक खंडित बुद्ध मूर्ति मिली है ?

उत्तर ➲ घोलमारा

28. सीतगढ़ पहाड़ से प्राप्त बौद्ध विहार का वर्णन किसके द्वारा किया गया है ?

उत्तर ➲ फाह्यान

29. झारखण्ड में किसके प्रवेश के बाद बौद्ध धर्म का पतन शुरू हो गया ?

उत्तर ➲ कुमार गुप्त

झारखण्ड भूगोल के महत्वपूर्ण MCQ –

धन्यवाद !

अगर आपको Jharkhand me dharmik andolan (झारखण्ड में धार्मिक आंदोलन) के बारे में और जानना हैं तो इस लिंक पर क्लिक कर जान सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here